ब्रह्मचर्य का पर्याय अगर सावधानियां को कहा जाए तो गलत नहीं होगा।। कब सोना है , कैसे सोना है , कब नहीं सोना , क्या खाना है , क्या नहीं खाना , कितना खाना है , क्या देखना है , क्या नहीं देखना, क्या सुनना है क्या नहीं सुनना , क्या पढ़ें क्या न पढ़ें। अनेक प्रकार की सावधानियां रखनी पड़ेंगी , वो भRead more
ब्रह्मचर्य का पर्याय अगर सावधानियां को कहा जाए तो गलत नहीं होगा।।
कब सोना है , कैसे सोना है , कब नहीं सोना , क्या खाना है , क्या नहीं खाना , कितना खाना है , क्या देखना है , क्या नहीं देखना, क्या सुनना है क्या नहीं सुनना , क्या पढ़ें क्या न पढ़ें।
अनेक प्रकार की सावधानियां रखनी पड़ेंगी , वो भी केवल एक दिन या 1 सप्ताह के लिए नहीं , तब तक जब तक आप ब्रह्मचर्य में बने रहना चाहते है।।
।।सावधानी हटी दुर्घटना घटी।।
सावधानी को हम 2 प्रकार मै बांट सकते है।
1) मानसिक(80%)
कोई ऐसा विचार का मनन नहीं करना जो बाद में पछतावा का कारण बन जाए। शरीर तो कठपुतली है वही करेगा जो मस्तिष्क उसे संदेश देगा।
नाम जपो मन पे काबू पाओ।
2) शारीरिक(20%)
सीधी बात कहूं तो , शरीर मै एक अंग है जिसे केवल मूत्र त्याग के लिए उपयोग करना है , इसके अलावा कभी गलती से भी इसे स्पर्श नहीं करना , घोर पाप लग जाएगा , 100 दिन की तपस्या भी राख के बराबर हो जाएगी।
व्यायाम करो शरीर पे काबू पाओ।
जय श्री राम 🙏
धन्यवाद 🙏
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स्वप्नदोष जब हमें होता है, जैसे कई बार हम ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं, बहुत सारे भाई जिनके तीस दिन पूरे हुए हों, पंद्रह दिन पूरे हुए हों, चालीस दिन पूरे हुए हों या चार दिन पूरे हुए हों, और उन्हें बीच में स्वप्नदोष हो जाता है। स्वप्नदोष होते ही ऐसा लगता है कि हमारा ब्रह्मचर्य खंडित हो चुका है। अब हमेRead more
स्वप्नदोष जब हमें होता है, जैसे कई बार हम ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं, बहुत सारे भाई जिनके तीस दिन पूरे हुए हों, पंद्रह दिन पूरे हुए हों, चालीस दिन पूरे हुए हों या चार दिन पूरे हुए हों, और उन्हें बीच में स्वप्नदोष हो जाता है। स्वप्नदोष होते ही ऐसा लगता है कि हमारा ब्रह्मचर्य खंडित हो चुका है। अब हमें मैथुन कर लेना चाहिए और वीर्य का नाश कर देना चाहिए। इस तरीके की फीलिंग आने लगती है और ऐसा लगता है कि फिर से शुरुआत करनी चाहिए। कुछ इस तरीके की फीलिंग आती है।
देखिए, आपको समझना होगा कि यह सारा खेल मन का होता है। कैसे? ज़रा मैं आपको उदाहरण दूंगा। उसे समझिए। कोई व्यक्ति है, चाहे आप हों या कोई और भी हो, सबके जीवन में सुख-दुख आता-जाता रहता है। किसी व्यक्ति के साथ पहले कभी बहुत बड़ा दुख हुआ हो, बहुत ही ज़्यादा बड़ा। उसका जो मतलब, जो एहसास है, वह बहुत ज़्यादा हुआ हो, और उन्हें तकलीफ हुई हो। उसे भूलने में काफी समय लग गया हो, काफी वक्त लग गया हो। लेकिन आज भी हम उस पुराने वक्त की बुरी यादें कई बार स्मृतियों में याद करते हैं कि ऐसा-ऐसा हुआ था मेरे साथ और मुझे बहुत तकलीफ हुई थी।
लेकिन उस समय, जब वह हुआ था, तब उसे उस चीज़ का एहसास बहुत ज़्यादा रहता है। बहुत ज़्यादा तकलीफ होती है। लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे, धीरे-धीरे वह एहसास कम होता जाता है। वह तकलीफ कम होती जाती है। पर आज हमें उसकी स्मृतियां याद रहती हैं। हम बुरे वक्त को पूरी तरीके से भूल नहीं सकते। उसकी स्मृतियां आज भी हमें याद होती हैं, लेकिन उतनी तकलीफ नहीं होती जितनी पहले, उस समय, जब वह चीज़ हमारे साथ हुई। उस समय जो हमें एहसास हुआ, उतनी तकलीफ आज नहीं होती।
तो इस मन के खेल को समझने की कोशिश करें। इसी प्रकार से, देखिए, आपने जो भी काम पहले किया, जैसे हस्तमैथुन किया, तो लगातार शरीर और दिमाग का एक अभ्यास था। दिमाग को क्या पता है? दिमाग को यह पता है कि इस व्यक्ति ने लगातार अपनी ऊर्जा निकाली है। मेरी बात को समझिए। दिमाग को क्या लगता है? इसे लगता है कि इसने लगातार अपनी ऊर्जा निकाली है, तो यह आगे भी निकालेगा। और शरीर को भी अभ्यास है। शरीर को पता है कि यह अपनी ऊर्जा नीचे से निकालता आया है। तो यह अभ्यास बन चुका है।
अब जब हम ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं, तो पुरानी स्मृतियां कहीं न कहीं याद आती हैं। वे गंदे विचार बार-बार आपके दिमाग में आएंगे, जो पहले आते थे। आपके शरीर का जो अभ्यास है, वह उसे जारी रखेगा और आपको स्वप्नदोष होगा। लेकिन ब्रह्मचर्य भले ही आपका नहीं टूटेगा, लेकिन एक गलती आप शायद कर रहे हैं।
तो उसे ज़रा ध्यान से देखिए। मेरे भाई, अगर आप ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे हो और किसी सोशल मीडिया पर कुछ देख रहे हो, आपके दिमाग में लगातार गंदे विचार आ रहे हैं। या आपने किसी को आकर्षण का केंद्र बना रखा है। आप उसके शरीर के बारे में सोच रहे हो। आप सोचना नहीं चाहते, लेकिन आपका मन आपको लगातार प्रेरित कर रहा है। और आप घर में खाली बैठे हुए हो। आपके पास कुछ करने को नहीं है।
मेरी बात को ध्यान से समझिए। बार-बार रात में सोच रहे हैं। सोशल मीडिया चला रहे हैं। कोई न कोई गंदा अश्लील वीडियो आपके सामने आ गया। आपने देख लिया। अब उसकी छवि आपके दिमाग में बस गई है। अब वह छवि दिमाग में बस गई है और सुबह आपको नाइटफॉल हो जाता है।
तो इसका मतलब यह है कि आप ब्रह्मचर्य पालन नहीं कर रहे हो। यानी आपने खुद छेड़छाड़ की है। नाइटफॉल होने के खुद संकेत दिए हैं। मेरी बात को ध्यान से समझना। देखो, एक कंडीशन यह है कि अगर आप ब्रह्मचर्य पालन कर रहे हो और अपनी दिनचर्या में कोई भी स्क्रोलिंग करते हो, कोई गंदा सोचते हो, किसी स्त्री के प्रति गंदा सोचते हो, उसके शरीर के प्रति गंदा सोचते हो, तो यह ब्रह्मचर्य नहीं कर रहे हो।
देखो, आप गंदा सोच रहे हो। आप मोबाइल में गंदा देख रहे हो। रात में आपको दस-ग्यारह बजे तक सो जाना चाहिए, लेकिन आप नहीं सो रहे हो। आप स्क्रोलिंग कर रहे हो। आपने कुछ गलत देख लिया। अब आपके दिमाग में चिंगारी लग गई है। आपने खुद प्रेरित किया। आपने खुद अपनी उंगलियों से कुछ गलत देखा।
ठीक है, हमारे बहुत से भाई कहते हैं कि हमने पोर्न देख लिया। हमने कोई बी-ग्रेड मूवी देख ली। हमने कोई मूवी देखी। उसमें कोई ऐसा सीन आ गया। तो आपने खुद ही देखा न? किसी ने आपको खोलकर तो नहीं दिखाया था। आपने खुद ही देखा और खुद ही प्रेरित किया। नाइटफॉल होने के लिए खुद ही प्रेरित किया।
अपने आप को हस्तमैथुन करने के लिए प्रेरित किया। तो यह आपकी गलती है। इसमें आपका ब्रह्मचर्य टूटा ही माना जाएगा। ब्रह्मचर्य इसमें आपका टूट जाता है क्योंकि आप खुद प्रेरित कर रहे हो अपनी इंद्रियों को कि मैं कुछ गलत देखूं। फिर बाद में उसे रोककर सो जाऊं। और सुबह स्वप्नदोष हो जाए।
तो फिर अपने आप से कहो कि मेरा ब्रह्मचर्य तो टूटा ही नहीं। तो ऐसा नहीं है। वह ब्रह्मचर्य टूट गया।
कौन सा ब्रह्मचर्य नहीं टूटा है? कौन से स्वप्नदोष से नहीं टूटता? देखो, जिसमें आप कुछ नहीं कर रहे हो। आप सब नियमों का पालन कर रहे हो। आप रात में दस बजे सो जाते हो, सुबह जल्दी उठ जाते हो। ठीक है, आपके दिमाग में कोई भी ऐसा विचार आ भी रहा है, तो आप उसको इग्नोर कर रहे हो। आप उसको प्रबलता नहीं दे रहे हो।
आप कुछ भी छेड़छाड़ नहीं कर रहे हो। मोबाइल में भी आप अच्छा ही देख रहे हो, अध्यात्म के वीडियो देख रहे हो, ब्रह्मचर्य के वीडियो देख रहे हो। तो भी कोई परेशानी की बात नहीं है। और अगर आपको तब भी स्वप्नदोष हो रहा है, तो इस कंडीशन में आपका ब्रह्मचर्य नहीं टूटा। जी हां, क्योंकि आपने अपनी इंद्रियों को प्रेरित नहीं किया। यह तो बस अपने अभ्यास से हो रहा है, शरीर के अभ्यास से हो रहा है।
आपके दिमाग को जो भी पुराना अभ्यास है, उसके कारण हो रहा है। अब आपको अपना अभ्यास बदलना है, और आपने अपना अभ्यास बदलने की शुरुआत कर दी है। आपने प्रेरित नहीं किया, आपने जो है अभ्यास बदलने की शुरुआत कर दी है। और इसी बीच अगर स्वप्नदोष हो रहा है, तो उससे ब्रह्मचर्य नहीं टूटा।
लेकिन यह कंडीशन है जिसमें आप खुद प्रेरित कर रहे हो। खुद मोबाइल में कुछ गलत देख रहे हो, कुछ स्क्रोलिंग कर रहे हो। सोशल मीडिया में कुछ गलत आ गया आपके सामने, और फिर आप कह रहे हो, सुबह नाइटफॉल हो गया। फिर आप अपने आप से कह रहे हो कि मेरा तो ब्रह्मचर्य टूटा ही नहीं। तो आप गलतफहमी में हो।
क्योंकि बस ऐसी ही गलतफहमी में आप रोज फिर ऐसी स्क्रोलिंग करेंगे। गलत-सलत चीज देख लेंगे। और आपका ब्रह्मचर्य जो है टूट जाएगा। और आपको लगेगा कि नहीं टूटा। तो आपको फायदे फिर नहीं मिलेंगे।
तो समझना यह है कि प्रेरित नहीं करना है। अपने आप को पूरी तरह अनुशासन से चलाना है, नियम से चलना है। मोबाइल में कुछ भी गलत नहीं देखना है। ब्रह्मचर्य के, अध्यात्म के वीडियो आपको देखने हैं। ठीक है। अगर आप पूरी तरीके से ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे हो, तो ब्रह्मचर्य के वीडियो देखो।
हर एक चीज में नियम जरूरी है। और ब्रह्मचर्य में सावधानी रखना बहुत ज्यादा जरूरी है। यह बात ध्यान रखना। कुछ भी गलत स्क्रोलिंग नहीं करना है। कुछ भी गलत वीडियो नहीं देखना है। नंगे, गंदे, भद्दी कॉमेडी नहीं देखनी है।
अगर ज्यादा गाली-गलौच वाले वीडियो आदि ऐसी चीजें देखोगे, तो भी नाइटफॉल होने का खतरा रहेगा। और आप खुद प्रेरित कर रहे हो कि मुझे नाइटफॉल हो। तो वह ब्रह्मचर्य टूटा ही माना जाएगा।
बात समझ में आ रही है? कुछ भी गलत मत देखो। अपने आप को गलत तरीके से प्रेरित मत करो। ऐसा अभ्यास बनाओ कि कुछ नई-नई चीजें, जिससे आपकी दिन-पर-दिन उन्नति हो। ऐसे काम करोगे, तो अगर स्वप्नदोष हो भी जाता है अभ्यास के कारण, तो ब्रह्मचर्य आपका टूटा नहीं माना जाएगा।
कुछ भी गलत मत देखो। सिर्फ अच्छा देखो। अच्छे वीडियो देखो। तो अगर आपको स्वप्नदोष जैसा कुछ होगा भी, तो भी कोई दिक्कत नहीं है। ठीक है। तो आपका ब्रह्मचर्य नहीं टूटेगा। आप लगातार आगे बढ़ सकते हो।
बस अपने आप को प्रेरित मत करना गलत चीज देखने के लिए। ठीक है। तो मेरे भाई, ध्यान रखना इस बात का। उम्मीद करता हूं, आपको पूरा अच्छे से समझ में आया होगा। कोई सवाल हो तो पूछिएगा।
मिलते हैं अगले जवाब में। तब तक के लिए राधे-राधे।
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