ब्रह्मचर्य किनके लिए बहुत कठिन है,और किनके लिए बहुत ही सरल है?
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आज के समय मै ब्रह्मचर्य सबके लिए ही कठिन है , किसी के लिए ज्यादा कठिन तो किसी के लिए कम कठिन।। ऐसे अगर नहीं होता तो आज हमारे चारों तरफ केवल ब्रह्मचारी ही दिखाई देते।।
क्या ऐसा है?
नहीं , तुम्हारे आस पास 100 लोग में से 10 ने इसका नाम सुना है , केवल नाम हे सुना है। बाकी 5 लोग लोग ये समझते है कि ब्रह्मचर्य का मत केवल शादी न करना है(मै ऐसे लोगों से खूब मिल हूं।) ऐसे लोगों का साथ तुरन्त छोड़ देना , क्योंकि तुम उन्हें कभी भी ब्रह्मचर्य पालन नहीं करवा सकते , उल्टा वो तुम्हे भी पालन नहीं करने देंगे।
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1) मित्र
जिनके मित्र का समूह ब्रह्मचर्य पालन नहीं करता , वो खुद भी पालन नहीं कर पाएंगे।
ऐसे मित्र ढूंढो जो ब्रह्मचर्य पालन करते हो , या फिर अकेले हो जाओ , अपने लक्ष्य को अपना दोस्त बनाओ।
2) परिवार
परिवार की बातों मै आओगे तो पालन नहीं कर पाओगे ,
बेटा और दो रोटी खालों , पेट नहीं भरा होगा अभी (रात को भूख का 25% ही खान। है)
• सुबह 4 बजे उठने की क्या जरूरत है, सो जाओ ठंड लग जाएगी।
ये बात मान लोगे तो पालन नहीं कर पाओगे।
कुछ बातों का विरोध करना पड़ेगा , तभी पालन हो पाएगा।
3) खाद्य
“HUNGER IS THE FIRST ELEMENT OF SELF DECIPLINE”
अगर तुम ये कंट्रोल कर सकते हो कि क्या खाना है, कितना खाना है , तो तुम बाकी चीजें भी कंट्रोल कर लोगे।
जो लोग अभी भी यही फंसे हुए है कि मांस खाना चाहिए कि नहीं , वो पालन नहीं कर पाएंगे।
जिसने साग , सब्जियों को अपना मित्र बना लिया वो पालन कर ले जाएगा।
4) डिसिप्लिन/कंसिस्टेंसी
सुबह उठने के बाद और रात सोने से पहले के 2–3 टास्क FIX होने चाहिए , ये नहीं की रोज उठने के बाद आधा घंटा यही सोचने मै लगा दिया कि आज योग पहले करे या व्यायाम।
जैसे– उठना>शौच>व्यायाम>प्राणायाम , ईश तरह से रोज कुछ चीज है जो वही रहेंगी।
जो लोग रोज व्यायाम, प्राणायाम करते है वो , लंबे समय तक ब्रह्मचर्य पालन कर सकते है।
व्यायाम न करना= आलस।
आलस = व्यायाम न करना।
आलसी लोग ब्रह्मचर्य पालन नहीं कर पाएंगे ।
ब्रम्हचर्य का पालन करना अनलोगो के लिए कथिन है जिन्की संकल्प शक्ति कामजोर है औरn जीवन में अनुशासन की कमी है , और जो लोग अनुशासन में रहते हैं दृढ संकल्प के साथ उनके लिए ये मार्ग सरल होता जाता है |
ब्रह्मचर्य =नियमित व्यक्ति के लिए सही है धैर्य एवं आत्म शक्ति द्वारा ब्रह्मचर्य रहा जा सकता है सात्विक भोजन ध्यान योग अनुशासन के द्वारा ही ब्रह्मचारी बना जा सकता है
ब्रह्मचर्य हिंन – जों में नियमित ध्यान व्यायाम सात्विक भोजन ना करें वह ब्रह्मचर्य नहीं रह सकता जो नेत्रब्रह्मचर्य का पालन नहीं करता तो वह नहीं रह सकता
असान और कम शब्दों में हम बोलें तो जो भगवान से जुड़ा है उसके लिए असान है और जो भागवद विमुख है उसके लिए कठिन हैं।
राधे राधे 🙏🏻 ब्रह्मचर्य मेरे हिसाब से कठिन भी और नहीं क्योंकि अगर हम प्रभु का सिमरन करे और सही समय पर उठे व्यायाम करे नाम जाप करे तो ब्रह्मचर्य बहुत सरल हो जाता है ब्रह्मचर्य उनके लिए कठिन जो प्रभु का सिमरन नहीं करते है लेकिन वो लोग व्यायाम करते है फिर भी उनका ब्रह्मचर्य खंडित हो जाता है क्योंकि ब्रह्मचर्य में कई लोग सोचते है कि वीर्य की रक्षा करना है ही ब्रह्मचर्य है जो कि गलत है ब्रह्मचर्य में प्रभु का सिमरन करना अनिवार्य है तभी हमारा मन शांत होगा तभी हम आगे बढ सकते है बोलो राधे राधे 🙏🏻
🙏 राधे राधे 🙏
ब्रह्मचर्य उनलोगो के लिए कठिन है । जो लोग ठाकुर जी का नित्य चिंतन नही करते । योगय और खान-पान का ध्यान नही रखते । और ब्रह्मचर्य उनलोगो के लिए आसान है जो लोग ठाकुर जी का नित्य चिंतन करते है संयम से रहते हैं । व्यायाम करते हैं ।