ब्रह्मचर्य का पालन करने के लिए किन आदतों को अपनाना चाहिए?
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ब्रह्मचर्य का पालन एक जीवन जीने की शैली है, जो संयम, आत्मनियंत्रण और संतुलन पर आधारित है। यह न केवल यौन संयम का नाम है, बल्कि यह मानसिक, शारीरिक, और आत्मिक अनुशासन का एक व्यापक पहलू है। इसे जीवन में सफलतापूर्वक अपनाने के लिए कुछ विशेष आदतें आवश्यक होती हैं। इन आदतों को अपनाकर आप ब्रह्मचर्य के लाभों का अनुभव कर सकते हैं और एक स्वस्थ, स्थिर, और संतोषपूर्ण जीवन बिता सकते हैं।
1. आत्मनियंत्रण (Self-Control)
ब्रह्मचर्य का पालन करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप अपने विचारों पर नियंत्रण रखें। किसी भी प्रकार की अनावश्यक सोच या अशुद्ध विचारों को मन से बाहर निकालने की प्रक्रिया में आत्मनियंत्रण की आवश्यकता होती है।
ब्रह्मचर्य का पालन करते समय व्यक्ति अपनी इच्छाओं को संयमित करता है। यह किसी भी प्रकार की गहरी यौन इच्छाओं, असामान्य गतिविधियों, और अनावश्यक भोग-विलास से बचने में मदद करता है।
2. नियमित ध्यान और प्राणायाम
3. संतोषजनक आहार की आदत
4. नींद और जागने की नियमित आदतें
5. संयमित जीवनशैली (Disciplined Lifestyle)
6. सच्ची सृजनशीलता और शिक्षा पर ध्यान
7. नियमित स्व-मूल्यांकन (Self-Reflection)
8. सकारात्मक संगति (Positive Company)
9. संयमित मीडिया उपयोग (Media Discipline)
1.subha uthna
2.apna karm karna
3.dusro se na jalna
4.khud ki prasansa na karna
5.apni indriyon ko kabu mai rakhna
6.kuch Galt karya ko support na karna
7.kiskiki ninda na karna
8.khud ko majbut banana
9.kisibhi paristiti ka hass ke samna karna
10.khud sukh rahena dusro ko khus rahene dena
ब्रह्मचर्य के नियमों में बातें तो अनेकों हैं पर जो इन कुछ बातों का पालन कर लेता है वो भी ब्रह्मचर्य का ठीक ठीक पालन कर लेता है।
1 ब्रह्मचारी आस्तिक होता है।
2 विद्या अध्ययन करता है।
3 वीर्य की रक्षा करता है।
4 ज्ञान का उपार्जन करता है।
ब्रह्मचारी को इन चार और बातों का भी जरूर पालन करना करता है।
1 अपने मल मूत्र त्यागने वाले स्थानों के साथ कोई भी कुचेष्टा नही क
करता यानी हस्तमैथून, संभोग आदि नही करता।
2 किसी भी लड़की से फ़्रेण्डशिप नही करता लड़कियों से बोलना होता है तो एक ब्रह्मचारी उनके लिये बहन शब्द ही प्रयोग करता है।
3 एक ब्रह्मचारी मोबाइल में कभी भी कोई अश्लील चीजें नही देखता और न ही कभी कोई अश्लील साहित्य वो पढ़ता है।
4 ब्रह्मचारी कभी भी गलत मित्रों का संग नही करता।
ब्रह्मचर्य में आपका खान पान ,रहन सहन,आपका व्यवहार सब कुछ आपके ब्रह्मचर्य का एक हिस्सा है।