Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
भगवत गीता के अध्याय-2 से आप को क्या सीख मिलती है?
भागवत गीता के दूसरे अध्याय से हमें ये सीख मिलती है कि जिस व्यक्ति न मन और इंद्रियों को जीत लिया उनका ईश्वर को प्राप्त होने का पथ सरल हो जाता है, हमें सिर्फ अपने कर्मों पर और फल ईश्वर पर चोर देना चाहिए| भगवान श्री कृष्ण ये भी समझaते हैं कि आत्मा कभी मरती नहीं सिर्फ एक शरीर से दूसरे शरीर को जाती है |
भागवत गीता के दूसरे अध्याय से हमें ये सीख मिलती है कि जिस व्यक्ति न मन और इंद्रियों को जीत लिया उनका ईश्वर को प्राप्त होने का पथ सरल हो जाता है, हमें सिर्फ अपने कर्मों पर और फल ईश्वर पर चोर देना चाहिए| भगवान श्री कृष्ण ये भी समझaते हैं कि आत्मा कभी मरती नहीं सिर्फ एक शरीर से दूसरे शरीर को जाती है |
See lessब्रह्मचर्य किनके लिए बहुत कठिन है,और किनके लिए बहुत ही सरल है?
ब्रम्हचर्य का पालन करना अनलोगो के लिए कथिन है जिन्की संकल्प शक्ति कामजोर है औरn जीवन में अनुशासन की कमी है , और जो लोग अनुशासन में रहते हैं दृढ संकल्प के साथ उनके लिए ये मार्ग सरल होता जाता है |
ब्रम्हचर्य का पालन करना अनलोगो के लिए कथिन है जिन्की संकल्प शक्ति कामजोर है औरn जीवन में अनुशासन की कमी है , और जो लोग अनुशासन में रहते हैं दृढ संकल्प के साथ उनके लिए ये मार्ग सरल होता जाता है |
See lessआप ब्रह्मचर्य रहने के लिए सुबह कौन कौन से योगाभ्यास और प्राणायाम करते हैं?, और कितनी देर करते हैं?
अनुलोम विलोम -15 मिनट , कपाल भाति - 5 मिनट, कुम्भक - 15 मिनट, त्राटक -15 मिनट, 30 मिनट ध्यान , 20 dand , 50 baithak , shambhavi mudra 5 minute
अनुलोम विलोम -15 मिनट , कपाल भाति – 5 मिनट, कुम्भक – 15 मिनट, त्राटक -15 मिनट, 30 मिनट ध्यान , 20 dand , 50 baithak , shambhavi mudra 5 minute
See less